महराजगंज: मृतक प्रधान के हस्ताक्षर से जल परियोजना का सर्टिफिकेशन, जांच शुरू
महराजगंज टाइम्स ब्यूरो:- जिले के मिठौरा ब्लॉक के परसामीर गांव में जल निगम विभाग और ठेकेदारों की लापरवाही का बड़ा मामला सामने आया है। हर-घर-नल-जल योजना के तहत गांव में अधूरे कार्य को पूरा दिखाने के लिए न केवल फर्जी वीडियोग्राफी की गई, बल्कि मृत ग्राम प्रधान लक्ष्मी सिंह के हस्ताक्षर और मुहर का इस्तेमाल करते हुए सर्टिफिकेशन भी जारी कर दिया गया। यह खुलासा तब हुआ जब प्रधान के पुत्र राजेश सिंह ने इस फर्जीवाड़े की शिकायत की। उन्होंने बताया कि उनकी मां का निधन 9 फरवरी 2024 को हो चुका है, जबकि प्रमाणपत्र पर 8 अप्रैल 2024 की तारीख दर्ज है।
जिले में व्यापक अनियमितताएं
जिले में हर-घर-नल-जल योजना के तहत 720 परियोजनाएं चलाई जा रही हैं, जिनमें 435,386 घरों को जोड़ा जाना है,लेकिन वर्ष 2020 में शुरू हुई योजना में अब तक सिर्फ 25 टंकियों का निर्माण हुआ है। आंकड़ों के अनुसार, 160 परियोजनाओं में पानी की आपूर्ति डायरेक्ट मोटर से की जा रही है। विभाग के निर्देशों के अनुसार, किसी भी परियोजना को पूरा घोषित करने से पहले ग्राम प्रधान से सर्टिफिकेशन और सार्वजनिक बैठक में वीडियोग्राफी कराना अनिवार्य है लेकिन कई स्थानों पर बिना काम पूरा किए ही कागजों में कार्य को पूर्ण दिखाया जा रहा है।
विशुनपुर कुर्थिया और राजधानी गांव में भी फर्जी वीडियोग्राफी
लक्ष्मीपुर ब्लॉक के विशुनपुर कुर्थिया और राजधानी गांवों में भी बाहरी लोगों को खड़ा कर फर्जी वीडियो बनाया गया। विशुनपुर कुर्थिया के प्रधान अरशद और राजधानी गांव के प्रधान अमन शुक्ला ने आरोप लगाया कि उनके गांवों में कार्य पूरा न होने के बावजूद फर्जी तरीके से वीडियो अपलोड किए गए। वीडियो में लोगों को सिखाते हुए भी देखा जा सकता है।
जांच का आदेश
परसामीर गांव में मृतक प्रधान के हस्ताक्षर से जारी सर्टिफिकेट का मामला उजागर होने के बाद विभाग में हड़कंप मच गया है। अधिशासी अभियंता आतिफ हुसैन ने कहा कि मामले की जांच कराई जाएगी। यदि कार्य अधूरा पाया गया, तो सर्टिफिकेशन को रद्द कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस प्रकरण ने जल निगम और ठेकेदारों की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। जिलावासियों को उम्मीद है कि जांच के बाद दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी।
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